Dipak Ruhani

T-23/20 टाँके लगा-लगा के सिलाई हुई तो है-दीपक रूहानी

टाँके लगा-लगा के सिलाई हुई तो है ”ये ज़ख्मे-दिल है इसकी दवाई हुई तो है” हैरत में आप क्यूँ हैं ख़बर सुनके इस क़दर अफ़वाह आप ही की उड़ाई हुई तो है कैसे तेरी हथेली पे सुर्ख़ी न आ सकी ये ख़ूने-दिल से मेरे हिनाई हुई तो है चेहरे पे आ न पाया जवानी का […]

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